' जागते हुए नींद में प्रवेश करने का प्रयास आपको उन्मुनी के दर्शन करवा सकता है '
' हम जब भी नींद में प्रवेश करते हैं तो अपने साथ कुछ मेहमानों को भी ले जाते हैं । दिनभर का गुना भाग व्यापार प्यार तकरार समाचार और जाने क्या क्या , और हमारे यह मेहमान चुपके से हमारे अवचेतन के कमरे के स्थाई सदस्य बन जाते हैं, अगर हम नींद में अकेले प्रवेश करे तो आपकी मुलाक़ात अवचेतन से हो सकेगी'
' नींद में जाने के पहले ही हम विचारों के आगोश में चले जाते हैं, नींद के पहले ही हम नींद में आ जाते हैं, अगर कहूँ कि बेहोशी में आ जाते हैं तो गलत नहीं होगा, अरे नींद के मंदिर में जागते हुए प्रवेश करिए, आपकी मुलाकात उस से हो जायेगी जो आपकी नींद में भी जागता रहता है'
' नींद की बगिया में स्वप्न के फूल खिलते हैं, बस आप संदेह के साथ उस फूल की सुगंधी लेने जाइए आप अंतर्जगत में प्रवेश कर जायेंगे, शायद ही कोई होगा जिसने स्वप्न में कभी संदेह किया होगा, आप करके देखिये'
' खुली आँखों से जगत दीखता है बंद आँखों से अंतर जगत, बंद आँखों से निद्रा में बहुत प्रवेश किया एक बार खुली आँखों से विश्राम में जाने की कोशिश करिए'
' जब तक आप जगत से जुड़े हैं, तब तक आप सुषुप्तावस्था में हैं, जैसे ही आप जगत से अलग होंगे, आप जाग जायेंगे, जगत आपको जागत तक नहीं पहुँचने देता'
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